Strategically, GT Road Belt can open the door to power for BJP

रणनीतिक रूप से भाजपा के लिये जीटी रोड बेल्ट खोल सकती है सत्ता का द्वार: जीटी रोड बेल्ट की 35 सीटों पर भाजपा की नजर

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Strategically, GT Road Belt can open the door to power for BJP

Strategically, GT Road Belt can open the door to power for BJP- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I हरियाणा विधानसभा के 5 अक्टूबर को होने जा रहे चुनावों के लिये भाजपा ने जीटी रोड बेल्ट पर कब्जे की पुख्ता रणनीति तय की है। भाजपा ने जीटी रोड बेल्ट पर विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से उतरे उममीदवारों को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से जोरदार प्रचार अभियान शुरू किया है। जीटी रोड बेल्ट कब्जाने की मंशा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली रैली कुरुक्षेत्र में 14 सितंबर (शनिवार) को कराई गई जिस दौरान प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित किया। भाजपा की सीधे सीधे जीटी रोड बेल्ट की 35 सीटों पर नजर है। भाजपा इसी द्वार को भेद कर सत्ता के निकट पहुंचने का सपना संजो रही है। बताया जा रहा है कि जानकारी के अनुसार कुरुक्षेत्र में हुई मोदी की रैली में 22 उम्मीदवार मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते शनिवार को 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए कुरुक्षेत्र से भाजपा का चुनावी बिगुल फूंका। रणनीतिक रूप से सबसे पहले उन्हें जीटी रोड बेल्ट पर उतारा गया। कुरुक्षेत्र के साथ अंबाला, करनाल, यमुनानगर, पानीपत और सोनीपत समेत कुल छह जिलों की सीटें जीटी रोड बेल्ट पर लगती हैं। यानि मोटे तौर पर 35 सीटों पर जीटी  रोड बेल्ट पूरा असर डालेगी। इसी बेल्ट को राज्य में सत्ता का प्रवेश द्वार माना जाता है। इस बेल्ट के 80 प्रतिशत से अधिक मतदाता गैर-जाट हैं, जो भाजपा का मुख्य वोट बैंक भी है। वर्ष 2014 में भाजपा द्वारा जीती गई 47 सीटों में से 23 जीटी रोड बेल्ट से थी। वहीं 2019 में यह संख्या घटकर 21 रह गई, जब पार्टी महज 40 सीटें ही जीत पाई थी और उसे जजपा के साथ मिलकर सरकार बनानी पड़ी। अहीरवाल बेल्ट सहित दक्षिण हरियाणा के साथ-साथ जीटी रोड बेल्ट 2014 से भाजपा का गढ़ रहा है। दरअसल, जीटी रोड बेल्ट पर अपने वोट बैंक का एकीकरण भाजपा के जाट, गैर-जाट नैरेटिव में फिट बैठता है क्योंकि गैर-जाट, जिसमें ओबीसी, अनुसूचित जाति, ब्राह्मण और पंजाबी शामिल हैं। इस क्षेत्र के 80 प्रतिशत से अधिक मतदाता हैं। मोदी ने कम से कम 22 उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे, जो रैली में मौजूद रहे। मोदी के अलावा, पार्टी ने आने वाले दिनों में जीटी रोड बेल्ट पर प्रचार के लिए अपने बड़े नेताओं को तैयार किया है, जिनमें मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा शामिल हैं।

सीएम सैनी की सीट भी इसी बेल्ट में

लाडवा (कुरुक्षेत्र) से चुनाव लड़ रहे सीएम सैनी जीटी रोड के साथ विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लडऩे वाले वरिष्ठ पार्टी नेताओं में से एक हैं। पार्टी के सूत्रों ने कहा कि सत्ता विरोधी लहर के कारण जीटी रोड बेल्ट में अच्छा प्रदर्शन पार्टी की सत्ता में वापसी के लिए महत्वपूर्ण होगा। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में पार्टी ने करनाल और कुरुक्षेत्र की दो सीटें बरकरार रखी, जबकि अंबाला सीट कांग्रेस से हार गई। पार्टी सोनीपत सीट पर कांग्रेस से मामूली अंतर से हारी।

मोदी की सोनीपत में रैली 26 सितंबर को

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को सोनीपत में एक रैली को संबोधित करेंगे, जो हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए उनकी दूसरी रैली होगी। पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख मोहन लाल बडोली ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को हरियाणा के लिए पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी करेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा राज्य में सत्ता बरकरार रखेगी। बडोली ने कांग्रेस पर केवल झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी केवल झूठ और लूट की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सरकार बनाने का उनका सपना सच नहीं होगा। रोहतक में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी 26 सितंबर को सोनीपत लोकसभा के अंतर्गत एक रैली को संबोधित करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आने वाले दिनों में कुछ और रैलियों को संबोधित करेंगे, जिनमें हिसार लोकसभा सीट के अंतर्गत एक रैली भी शामिल है।